एक साल में घटे 4.64 लाख विद्यार्थी, 2022-23 में यू-डीआईएसई पोर्टल पर 55.41 लाख बच्चों का हुआ पंजीकरण
- By Vinod --
- Wednesday, 03 Apr, 2024
4.64 lakh students decreased in one year
4.64 lakh students decreased in one year- चंडीगढ़। राजकीय स्कूलों में ड्राप आउट बच्चों का मर्ज बढ़ता ही जा रहा है। लिहाजा, अब शिक्षा विभाग ने ड्राप आउट बच्चों को दाखिला दिलाने का जिम्मा शिक्षकों को सौंपा है। शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी अनुपमा स्कूलों में बच्चों की बढ़ती ड्राप आउट संख्या को लेकर नाराजगी जताई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को फटकार लगाते हुए अपने जिले के ड्राप आउट बच्चों का डाटा तैया करने के निर्देश दिए हैं।
राजकीय स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में पहली से 12वीं कक्षा तक पढऩे वाले 55 लाख 41 हजार 592 बच्चों का डाटा यू-डीआईएसई पोर्टल पर पंजीकृत हुआ। मगर वर्ष 2023-24 में जब वार्षिक परीक्षा परिणाम के आधार पर बच्चों का डाटा अपडेट किया गया तो प्रदेशभर के सभी स्कूलों में कक्षा पहली से 11वीं तक पढऩे वाले 4.64 लाख बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया। यही नहीं यह वे बच्चे हैं, जिन्होंने शिक्षा की डगर को छोडक़र अन्य राह पकड़ ली।
इन बच्चों ने अपने पुराने स्कूल को तो छोड़ा ही है, साथ ही किसी अन्य स्कूल में भी दाखिला नहीं लिया। लिहाजा पिछले दिनों शिक्षा विभाग के निदेशक ने बैठक में जिला शिक्षा अधिकारियों को सभी जिला, खंड और स्कूल स्तर पर ड्राप आउट बच्चों का डाटा तैयार करने के निर्देश दिए थे।
मंगलवार 2 अप्रैल को शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी अनुपमा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्राप आउट बच्चों की जिलावार सूची तैयार की जाए। कक्षा पहली से आठवीं तक का डीईईओ तथा कक्षा 9वीं से 12वीं तक कार्य डीईओ द्वारा 15 अप्रैल किया जाएगा।
ड्राप आउट बच्चों की सूची लेकर शिक्षक जाएंगे गली-गली
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी राजकीय स्कूल प्रवेश उत्सव के दौरान अपने-अपने जिले में ड्राप आउट बच्चों की सूची लेकर जांच करेंगे कि ये बच्चे किसी भी स्कूल में पढ़ रहे हैं तो उन बच्चों का उस स्कूल यू-डीआईएसई ड्रापआउट बॉक्स में अपने स्कूल में लेना सुनिश्चित करेंगे।